हम सभी जानते हैं कि मधुमेह ( diabetes ) यानी कि डायबिटीज एक बहुत ही बड़ी समस्या बनती जा रही है। इस बीमारी में शरीर के अंदर ब्लड शुगर का स्तर इतना बढ़ जाता है कि यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता ( immunity ) को कम कर देता है। यही कारण है कि जब शरीर में अन्य रोग जन्म ले लेते हैं, तो उनको ठीक करना बहुत मुश्किल हो जाता है। क्योंकि मधुमेह से ग्रसित लोगों को किसी भी बीमारी से उबरने में ज्यादा समय लग जाता है। यही कारण है कि स्वस्थ लोगों को भी डायबिटीज से दूर रहने का निरंतर प्रयास करना चाहिए।
ग्रीन टी डायबिटीज के लिए
ग्रीन टी स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होती है। इसमें कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो रोग प्रतिरोधी क्षमता में वृद्धि करते हैं। यह चाय असम्बद्ध है ( unfermented ) और इसलिए इसमें उच्च मात्रा में पॉलीफेनोल ( polyphenol) पाया जाता है, जिसमें मजबूत एंटीऑक्सिडेंट ( antioxidant ) और हाइपोग्लाइकेमिक ( hypoglycaemic ) पाया जाता है। पॉलीफेनॉल्स रक्त शर्करा ( blood sugar )को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। अर्थात ग्रीन टी का सेवन करना मधुमेह के मरीजों के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। इसी के साथ ग्रीन टी वजन घटाने ( weight loss ) में भी काफी फायदेमंद है। वेट लॉस भी ब्लड शुगर लेवल करने में काफी सहायक होता है।
ड्रमस्टिक की पत्तियां (Drumstick leaves) डायबिटीज के लिए
भारत के बहुत से हिस्सों में ड्रमस्टिक लीव्स पाई जाती है और यह खानपान में भी बहुत प्रसिद्ध है। इनको ज्यादातर दक्षिणी इलाकों में ज्यादा पसंद किया जाता है। मधुमेह के रोगियों के लिए इनकी पत्तियों का सेवन करना इसलिए लाभदायक है क्योंकि यह खाने की पाचन क्रिया को धीमा कर देता है जिससे शरीर में रक्त शर्करा का स्तर कम हो जाता है। ड्रमस्टिक में फाइबर बहुत ही ज्यादा मात्रा में होता है और यही कारण है कि इनके लगातार सेवन से मधुमेह से ग्रसित लोगों को काफी फायदा मिलता है।
दालचीनी ( Cinnamon ) का पानी डायबिटीज के लिए
दालचीनी को अगर खाली पेट गर्म पानी के साथ हर सुबह लिया जाए तो यह डायबिटीज में बहुत ही फायदेमंद हो सकती है। दालचीनी का सेवन प्रतिदिन करने से चयापचय ( metabolism ) बहुत ही अच्छा हो जाता है। दालचीनी घर पर ही मधुमेह के इलाज का एक बहुत ही प्रभावी तरीका है। परंतु ध्यान रखें इसको बहुत ही अधिक मात्रा में ना ले।
बादाम डायबिटीज के लिए
वैसे तो ड्राई फ्रूट्स का सेवन मधुमेह में बहुत ही कम करना चाहिए, परंतु कुछ ऐसे भी ड्राइफ्रूट्स है जिनको खाने से मधुमेह से ग्रसित लोगों को बहुत फायदा मिलता है। डायबिटीज में यदि आप रोजाना सुबह भीगे हुए बादाम खाए तो डायबिटीज को काफी नियंत्रण में रख सकते हैं। बादाम को बहुत ही कम मात्रा में ले। दो से चार बादाम ही काफी होते हैं।
टमाटर का रस डायबिटीज के लिए
टमाटर के रस का सेवन तो और भी आसान होता है क्योंकि टमाटर हमेशा रसोई में मिल जाते हैं। यदि आप टमाटर का सेवन कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि रोज सुबह खाली पेट टमाटर के जूस को थोड़ा सा नमक और काली मिर्च के साथ ले। इसके सेवन से भी आप डायबिटीज की समस्या से दूर रह सकते हैं, परंतु याद रखें कि इसे सिर्फ ताजा ताजा ही ले।
मेथी ( Fenugreek ) डायबिटीज के लिए
मेथी एक औषधि की तरह है जिसे आप बहुत से तरीकों से ग्रहण कर सकते हैं। यह मधुमेह के रोगियों के लिए भी बहुत ही लाभदायक होती है क्योंकि इससे मधुमेह को काफी हद तक नियंत्रण में रखा जा सकता है।इसको खाने का सही तरीका है कि आप इसे रात भर भिगोकर रखें और फिर इसके बीजों का सेवन करें। ऐसा करने की जरूरत इसलिए होती है क्योंकि मीठी के बीच काफी ठोस होते हैं जिनको चबाना आसान नहीं होता, परंतु यदि आप इन को रात भर भिगो कर रख देते हैं तो यह बहुत ही मुलायम हो जाते हैं जिन को चबाते हुए बिल्कुल भी परेशानी नहीं होती है। यही इनको खाने का सबसे आसान तरीका है। मेथी के बीजों को भी बहुत ही कम मात्रा में लें। यह डायबिटीज को नियंत्रण में रखने के लिए आधी चम्मच भी काफी होते हैं।
फाइबर से भरपूर सब्जियां डायबिटीज के लिए
आपको बहुत सी ऐसी सब्जियां बाजार में मिल जाएंगी जिनके माध्यम से आप अपने स्वास्थ्य को बहुत अच्छा रख सकते हैं और इन सब्जियों के सेवन से आप डायबिटीज की परेशानी से भी दूर रह सकते हैं। फाइबर से युक्त सब्जियों को खाकर आप अपने पाचन तंत्र को बहुत ही अच्छा बना सकते हैं। आइए अब बात करते हैं उन सब्जियों की जिन्हें आप अपनी डाइट में सम्मिलित कर सकते हैं। ब्रोकोली, बीन्स, पालक, मटर और पत्तेदार सब्जियां निश्चित रूप से डायबिटीज से परेशान लोगों के लिए एक एक बहुत ही श्रेष्ठ दैनिक आहार है। फाइबर रक्त शर्करा के स्तर को विनियमित करने में मदद करता है। इतना ही नहीं फाइबर का उपयोग भोजन में करने से अन्य रोगों में भी बहुत ही फायदा मिलता है। जैसे कि यह हृदय संबंधी जटिलताओं को भी कम करता है जोकि मधुमेह के रोगियों में जोखिम को दोगुना कर देती है। इसीलिए आप जितना ज्यादा फ़ाइबर अपने आहार में लेंगे उतना ही आपको कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप के स्तर को कम करने में सहायता मिलेगी।
दूध डायबिटीज के लिए
दूध स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होता है क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन दोनों ही काफी मात्रा में होते हैं। यही कारण है कि दूध पीने से चीनी के स्तर को नियंत्रण में रखा जा सकता है। इसको लेने का सही तरीका है कि रोजाना दो कप दूध पिए। ऐसा करने से आपकी शरीर में रक्त शर्करा ( blood sugar ) का स्तर ऊपर नहीं जाएगा।
फल डायबिटीज के लिए
बहुत से लोग मानते हैं कि मधुमेह के लोगों को फलों का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि वे प्रकृति में मीठे होते हैं। हालांकि यह बहुत हद तक सच है लेकिन लेकिन सारे फलों के लिए यह बात सत्य नहीं है। कुछ फल जैसे आम, अंगूर और केले में शर्करा का स्तर काफी ऊंचा होता है, इसीलिए इनका सेवन नहीं करना चाहिए। लेकिन पपीता, नाशपाती, सेब, अमरूद और नारंगी जैसे फल फाइबर युक्त होते हैं और इनका सेवन डायबिटीज से ग्रस्त लोगों के द्वारा किया जा सकता है।
साबुत अनाज डायबिटीज के लिए
हम सभी जानते हैं कि साबुत अनाज परिष्कृत ( refined ) अनाज से बेहतर होते हैं। इसलिए आप कोशिश करें कि आप अपनी दिनभर की डाइट में साबुत अनाजों को भी सम्मिलित करें क्योंकि जो साबुत अनाज होते हैं वह देर से पचते हैं और यही कारण कि डायबिटीज से ग्रस्त लोगों को इनसे फायदा होता है।
दालें डायबिटीज के लिए
मधुमेह के लोगों में दालों को दैनिक आहार एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। दालें प्रोटीन का एक बहुत समृद्ध स्रोत हैं। दालों में जो कार्ब्स पाया जाता है वह रक्त को प्रभावित नहीं करता है। साबुत अनाज के साथ दालों का सेवन भी उतना ही आवश्यक है।
ओमेगा 3 फैटी एसिड डायबिटीज के लिए
ओमेगा 3 फैटी एसिड तो ऐसा मानिए कि हर तरह के रोग के लिए बहुत ही फायदेमंद है। यदि आप जानते हैं तो आपको पता होगा कि इसमें मोनो संतृप्त वसा ( Mono saturated fats ) होती है जो कि मानव शरीर के लिए बहुत ही अच्छी होती है। क्योंकि संतृप्त वसा ( saturated fat ) रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाती है।
निष्कर्ष –
तो हमने इस लेख में आपको बताया कि किस तरह आप अपने भोजन में कुछ चीजों को सम्मिलित करके डायबिटीज से दूर रह सकते हैं और किसी तरह अगर आपको डायबिटीज हो भी जाती है तो तो आप इन कुछ छोटी चीजों की मदद से उसको बहुत ही अच्छे से नियंत्रण में रख सकते हैं। अब हम आपको बताने जा रहे हैं कि आपको किस और बात का ख्याल रखना है। सबसे पहले तो आप दिन भर में कभी भी अपनेपेट को 2 घंटे से ज्यादा खाली नहीं रखेंगे। क्योंकि ऐसा करने से मधुमेह के रोगियों को बहुत ही बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। आप जब भी खाते हैं, कोशिश करें कि बहुत ज्यादा न खाएं क्योंकि बड़े भोजन रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाते हैं। इसीलिए हम आपको छोटे भोजन करने की सलाह देते हैं। यदि आपको समझ नहीं आता कि आप बार-बार खाए तो क्या खाएं, तो आप कुछ इस तरह के विकल्पों का भी सहारा ले सकते हैं।बीच में ले सकते हैं। यदि आप चाहें तो ढोकलाढोकला, मक्खन दूध, दही, पोहा, दूध, उपमा, फल, सलाद आदि को स्नेक्स के रूप में लें सकते हैं।
आशा करते हैं कि आपको हमारा लेख पसंद आए और ऊपर दी गई बातों को अपनाने से आपको फायदा हो।